तालियों के लिए बना कलाकार
अमित कुमार (एक्टर)
बड़े पर्दे पर काम करना सबका सपना होता है, परन्तु बहुत कम होगें जो छोटे पर्दे से लोगों के बीच अपनी पहचान बना पाते
हैं। फिल्मों- सीरियलो मे काम करना लोगों का सपना होता है परन्तु कामयाबी बहुत कम
को ही मिलती है। एक छोटे गांव से निकलकर छोटे पर्दे के साथ-साथ बड़े पर्दे पर अपना
जादू बिखेरने वाले, इशकजादे, बुलेट
राजा, अक्स वह कई टेलीसीरियल में अभिनय कर चुके रंगमच में लगातार सक्रिय अभिनेता अमित कुमार से आशीष
शुक्ला की बातचीत के संपादित अंश.....
आप अभी किस जगह अभिनय कर रहे हैं।?
एक पॉयलेट सूट धारावाहिक है जिसमें अभी मैने
काम किया है। यह सीरियल मुंबई गया है। चैनल की महत्वता के बाद यह बहुत जल्द आप
लोगों के बीच होगा। मै लगातार रंगमंच, टेलीसीरियलों,
फिल्मों में काम करता रहता हूं। बीएन मे मैने बहुत काम किया है।
आप ने अपने अभिनय की शुरूआत कब की?
मैने अभिनय करने का फैसला 10 साल की उम्र मे ही कर लिया था। पहले शौकिया तौर पर 2003 मे लखनऊ दूरदर्शन से अभिनय की शुरूआत की। 2008 से
मै लगातार अभिनय कर रहा हूं। मैने इस दौरान कभी भी पीछे मुडकर नहीं देखा सिर्फ
अपनी एक्टिंग पर ध्यान दिया।
अभिनय को किस नजरिये से देखते हैं?
एक अच्छा अभिनेता वही है जो अच्छा अभिनय करता
हो,
अपने एक्टिंग के प्रति गंभीर हो और डॉयरेक्टर को महत्वता देता हो।
मैने अपनी पहचान अपने रंगमंच पर एक्टिंग के जरिए ही बनाई है। मै एक बहुत छोटे से
गांव से तालूकात रखता हूं इस लिए मैने जिंदगी के असली रंग देखे हैं। एक्टिंग और
रियलिटी मे बहुत फर्क है परन्तु जो इस फर्क को खत्म कर दे वही अच्छा एक्टर है। मै
लगातर मेहनत से काम करता हूं। मुझे उम्मीद है कि भविष्य मे कई बड़ी फिल्मों के लिए
मै अभिनय करूंगा।
रंगमच की कुछ यादों के बारे मे बताए?
रंगमंच सदा से मेरे लिए एक ऐसा मंच रहा है
जिसने मुझे सब कुछ दिया है। एक्टिंग, नाम,
लोगों की तालियां। रंगमच पर मैं 2008 से अभिनय
कर रहा हूं तमाम तरह के नाटकों को अपने जिंदगी से जोड़कर किया है। अभी जल्द मे
मैने रंगमंच के लिए लखनऊ, बरेली, दिल्ली
मे काम किया है। रंगमंच पर बिताया गया हर एक पल मेरे लिए एक यादगार लम्हां रहता
है। मैने रंगमंच से ही अभिनय सीखा है।
आपने किन-किन लोगों के साथ अभिनय किया है।?
एक कलाकर हमेशा लोगों और उनकी जिंदगी से
जुड़कर अभिनय करता है। मैने कई अच्छे लोगों के साथ अभिनय किया है और उनसे बहुत कुछ
सीखा है। ज्यादातर अभिनय मैने रंगमंच के लिए किया है, मै फिल्मों और सीरियलों में 2010 के बाद आया। बच्चन साहब,
अनुपम खैर, सैफअलीखान, रवि
किशन, शरद राज सिंह,
जयशंकर पाण्डे, अनिल पटेल, पियूष वर्मा, अशोक पाठक, विक्रांत
और कई अन्य तमाम बड़े एक्टरों के साथ मैने काम किया है। यह सब मेरे गुरू और मित्र
दोनों हैं।
फिल्मी दुनिया मे कदम रखने वालों को क्या
नसीहत देना चाहते हैं।?
फिल्म की दुनियां मे कदम रखने वालों के लिए कुछ सलाह दें
फिल्मों की दुनियां बेहद खूबसूरत है। परन्तु
यह हमेशा याद रखना चाहिए एक कलाकार अपने कला से लोगों की तालियां पाता है और
गालियां भी। बस समय-समय की बात होती है। अगर फिल्मों मे कैरियर बनाना है तो उसे
छोटे पर्दे के साथ-साथ रंगमंच पर काम करना होगा। कई बार ऐसा होता है कि आपको इन
दोनों पर काम करने का अवसर न मिले, परन्तु
घबरायें नहीं काम मिलना और न मिलना एक आम बात है। जरूरत है आपको इंतजार करने की एक
एक्टर को अपने एक्टिंग पर निर्भर होना चाहिए। अगर आपके अंदर सब्र है, तभी आप अमरेशपुरी, और राजकुमार जैसे महान अभिनेता बन
सकते हैं।
